बिहार में प्रतिभा की कमी नही है, हर साल देश के विभिन्न प्रतियोगी परिक्षाओं में बिहारी अपनी छाप जरुर छोड़ते हैं. इसकी एक मिशाल बना है इन दिनों पटना के एक लाल ने जिसने ऐसा काम किया है कि जिससे बिहार ही नहीं बल्कि पूरा देश का नाम रौशन किया है. पटना के इस होनहार छात्र को अमेरिका की एक यूनिवर्सिटी ने 2.5 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप देने का फैसला किया है. ये छात्र है पटना का 19 वर्षीय ऋतिक राज.
19 वर्षीय ऋतिक को मिला 2.5 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप
ऋतिक राज की इस सफलता ने भारत का नाम दुनिया में रोशन किया है आज ऋतिक के माता-पिता के साथ ऋतिक को जानने वाले भी उस पर गर्व कर रहे हैं. ऋतिक को कअमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी की जॉर्ज टाउन यूनिवर्सिटी ने यह स्कॉलरशिप दी है. फिलहाल ऋतिक परिवार के साथ पटना के गोला रोड में रहते हैं और पटना जिले के मखदूमपुर गांव के निवासी हैं.
ऋतिक राज बेली रोड स्थित रेडिएंट स्कूल के छात्र हैं और इन्हें वाशिंगटन डीसी के जॉर्ज टाउन यूनिवर्सिटी ने 2.5 करोड़ की स्कॉलरशिप दी है जिसका नाम आरूप छात्रवृत्ति है.
ऋतिक ने डिबेट प्रतियोगिता में भारत का किया था प्रतिनिधित्व
पटना के रेडिएंट स्कूल के छात्र 19 साल के ऋतिक राज का वाशिंगटन डीसी की जार्ज टाउन यूनिवर्सिटी पूरे 4 साल की पढ़ाई और रहने का खर्चा उठाएगी. इस खबर से ऋतिक और उनके परिजन काफी खुशी है. बताते चलें कि 1600 सीटों पर मिलने वाले इस स्कॉलरशिप में 21हजार 300 से ज्यादा कैंडिडेटों में से ऋतिक का चयन किया गया है.
ऋतिक ने 2019 में रेडिएंट इंटरनेशनल स्कूल से स्नातक की पढ़ाई पूरी की. इससे पहले रितिक ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्मों पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. अमेरिका के प्रतिष्ठित येल विश्वविद्यालय और थाईलैंड में डिबेट प्रतियोगिता में ऋतिक ने भारत का प्रतिनिधित्व भी किया है.
इससे पहले बिहार के नालंदा ज़िले के सोसंदी गांव के प्रवासी मज़दूर के 22 वर्षीय बेटे ने इतिहास रचा था. उसने न सिर्फ़ IIT रुड़की से ग्रेजुएशन की बल्कि अमेरिका में स्कॉलरशिप भी हासिल की. राहुल कुमार को वर्चुअल डिग्री देने के कार्यक्रम के दौरान B. Tech in Metallurgical and Materials Engineering में ग्रेजुएशन की डिग्री मिली. साथ ही उन्हें अपनी सामाजिक पहल के लिए गोल्ड मैडल भी दिया गया था.
पढ़ाई में तेज़ राहुल का हमेशा समाज के कल्याण के लिए झुकाव रहा है और उनके उत्साह ने उन्हें राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS), IIT रुड़की का महासचिव बनाया. कुमार ने अब संयुक्त राज्य अमेरिका की Utah यूनिवर्सिटी में पीएचडी करने के लिए छात्रवृत्ति हासिल की और सहायक प्रोफ़ेसर के रूप में वहां पढ़ाएंगे.