दृढ़ इच्छा शक्ति और मेहनत के दम पर अपनी किस्मत खुद लिखी जा सकती है. IAS के.ललित इसके बड़े उदाहरण हैं. 8वीं क्लास आते-आते उनकी आंखों की रोशनी इतनी कम हो गई थी कि वो अपनी परीक्षा लिख नहीं पाते थे. मगर उन्होंने कभी भी फिजिकल डिसएबिलिटी को अपने रास्ते का रोड़ा नहीं बनने दिया. […]