प्याज की थोक कीमतों में एक बार फ़िर गिरावट देखने को मिली है। एशिया की सबसे बड़ी प्याज की मंडी लासल गांव में प्याज की थोक कीमतों में तेजी से गिरावट आ चुकी है। शुक्रवार के दिन भी प्याज की आवक बढ़ने से इस की कीमतों में लगभग 200 रुपए प्रति क्विंटल तक गिरावट आई। शुक्रवार के दिन न्यूनतम 700 रुपए और अधिकतम 2,400 रूपए क्विंटल की कीमतों पर ब्याज की थोक नीलामी में हुई है। अब इस का पूरा असर पूरे देश भर में प्याज की रिटेल कीमतों पर भी दिखाई दे सकता है।
लाल प्याज की सप्लाई मांग के मुकाबले ज्यादा हो रही
खबरों के अनुसार महाराष्ट्र ने लाल प्याज का उत्पादन काफी ज्यादा बढ़ चुका है। जिसकी वजह से अब इस की आवक भी बढ़ चुकी है। प्याज की कीमतें बढ़ने के आसार देख कर किसानों ने गर्मियों के मौसम में प्याज का भंडारण किया था। अब धीरे-धीरे स्टॉक खत्म होने वाला है। इन सब की वजह से अब लाल प्याज भी बाजार में आने की वजह से मांग के मुकाबले सप्लाई अधिक ज्यादा हो रही है।
महाराष्ट्र राज्य के नासिक की कई समितियों में प्याज की आवक बढ़ चुकी है
महाराष्ट्र राज्य के अलावा राजस्थान और मध्य प्रदेश राज्यों में भी नई प्याज बाजार में आने से पहले ही उस की कीमतें धीरे धीरे अब कम होती दिखाई दे रही है। इन सब के अलावा अब महाराष्ट्र के नासिक जिले के लासल गांव, पिंपल गांव, उमराणे के अलावा सटाणा, विचुर, देवला, वणी और चांद वड़ माले गांव मंडभ समितियों आदि में भी प्याज की आवक अब काफी बढ़ चुकी है। जिसके बाद अब इन सब को देखते हुए ही आने वाले दिनों में प्याज की कीमतों में भी और कमी आने के आसार दिखाई दे रहे हैं। पूरे देश भर में प्याज खरीदने वालों के लिए यह बेहद राहत भरी खबर है, क्योंकि पिछले कुछ दिनों से प्याज के रेट काफी ज्यादा बढ़ गए थे।